1907 में सूरत अधिवेशन में पहली बार कांग्रेस पार्टी का विभाजन हुआ। बैठक की अध्यक्षता रासबिहारी घोष ने की।
अधिवेशन में कांग्रेस दो भागों में बंट गई, नरमपंथी और उग्रवादी। नरमपंथियों को कांग्रेस में रखा गया और कमान उनके हाथों में थी जबकि उग्रवादियों को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।
कुछ उदारवादी नेता थे– गोपाल कृष्ण गोखले, दादाभाई नौरजी, सुरेंद्र नाथ बनर्जी आदि।
कुछ चरमपंथी नेता थे– लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल, अरबिंदो घोष
1905 में बंगाल के विभाजन ने भारतीय राजनीति में गंभीर बदलाव लाए थे और लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल) के नेतृत्व में देश भर में चरमपंथी गतिविधियों को प्रेरित किया गया था।
1907-1914 के बीच की अवधि में न केवल भारत में बल्कि भारत के बाहर भी चरमपंथी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई।

Table of Contents
कांग्रेस पार्टी का प्रथम विभाग कब हुआ था?
1907 में सूरत अधिवेशन में पहली बार कांग्रेस का विभाजन हुआ। लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के नेतृत्व में चरमपंथी नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी।
विभाजन के पीछे मुख्य कारण नेताओं के बीच वैचारिक मतभेद था। चरमपंथी बाहुबल का उपयोग करके ब्रिटिश सरकार को सत्ता से बाहर करना चाहते थे जबकि नरमपंथी अभी भी याचिका और प्रार्थना में विश्वास रखते थे। इस प्रकार वे कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में विभाजित हो गए।
कुछ प्रमुख चरमपंथी गतिविधियां
आइए अब कुछ प्रमुख चरमपंथी गतिविधियों पर एक नज़र डालते हैं-
किंग्सफोर्ड के मौडर
1908 में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने एक प्रतिशोधी न्यायाधीश किंग्सफोर्ड की हत्या का प्रयास किया। लेकिन वे असफल रहे। प्रफुल्ल चाकी ने खुद को गोली मार ली, जबकि खुदीराम बोस को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें फांसी पर लटका दिया गया।
जैक्सन की हत्या
1909 में अनंत करकरे ने नासिक के जिला मजिस्ट्रेट जैक्सन की हत्या कर दी थी।
सर कारज़ोन विली की हत्या
1909 में मदन लाल ढींगरा ने लंदन में सर कारज़ोन विली की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह भारत के बाहर किसी भारतीय क्रांतिकारी द्वारा की गई पहली हत्या थी।
FAQ: कांग्रेस का विभाजन (Congress Vibhajan Kab Hua)
कांग्रेस पार्टी पहली बार कब विभाजित हुई?
1907 में सूरत में पहली बार कांग्रेस पार्टी का विभाजन हुआ।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1907 के सूरत अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की?
राहबिहारी घोष ने कांग्रेस के 1907 के सूरत अधिवेशन की अध्यक्षता की।
लाल-बाल-पाल कौन थे?
लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल को सामूहिक रूप से लाल-बाल-पाल कहा जाता था।
निष्कर्ष
अब आप जानते हैं कि 1907 में सूरत अधिवेशन में पहली बार कांग्रेस का विभाजन हुआ था (Congress Party Ka Pratham Vibhajan Kab Hua)। क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस दूसरी बार कब विभाजित हुई?